प्रश्न के प्रकार एवं उनका उत्तर कैसे लिखे
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सिविल सेवा परीक्षा में उत्तर लेखन एक कला है जो अभ्यास, रणनीति और स्पष्टता के साथ बेहतर होती है। JPSC में भी यही बात लागू होती है। मुख्य परीक्षा में कई तरह के सवाल आते है जैसे विवेचना करे , मूल्यांकन करे आदि। इस लेख में समझेंगे की उत्तर लिखते समय किन बात का ख्याल रखे और विभिन्न प्रकार के प्रश्नो के उत्तर कैसे लिखे।
निम्न बिंदुओं का ध्यान रखकर आप सिविल सेवा परीक्षा में प्रभावी और अंक प्राप्त करने वाले उत्तर लिख सकते हैं।
प्रश्न को समझें: प्रश्न को ध्यान से पढ़ें और समझें कि क्या पूछा जा रहा है। मुख्य बिंदुओं को रेखांकित करें और सुनिश्चित करें कि आप प्रश्न की मांग के अनुसार उत्तर दे रहे हैं।
संरचना और स्पष्टता: उत्तर को परिचय, मुख्य भाग, और निष्कर्ष में व्यवस्थित करें। परिचय में संक्षेप में विषय प्रस्तुत करें, मुख्य भाग में तथ्यों और तर्कों को तार्किक क्रम में रखें, और निष्कर्ष में संक्षिप्त समाधान या विचार दें।
शब्द सीमा का पालन: प्रश्न में दी गई शब्द सीमा का सख्ती से पालन करें। अनावश्यक विस्तार से बचें और संक्षिप्त, लेकिन पूर्ण उत्तर लिखें।
तथ्यात्मक सटीकता: उत्तर में केवल सत्यापित और प्रासंगिक जानकारी शामिल करें। गलत या अनुमानित तथ्यों से बचें।
भाषा सरल, स्पष्ट और औपचारिक हिंदी का उपयोग करें। व्याकरण, वर्तनी, और विराम चिह्नों की शुद्धता सुनिश्चित करें।
प्रस्तुति : फ्लोचार्ट , डाइग्राम , मैप आदि का प्रयोग
प्रासंगिक उदाहरण: जहां आवश्यक हो, प्रासंगिक उदाहरण, आंकड़े, या हाल के घटनाक्रमों का उल्लेख करें ताकि उत्तर अधिक प्रभावी हो।
वस्तुनिष्ठता और संतुलन: उत्तर में पक्षपात से बचें और यदि प्रश्न में विभिन्न दृष्टिकोण मांगे गए हैं, तो सभी पक्षों को संतुलित रूप से प्रस्तुत करें।
समय प्रबंधन: प्रत्येक प्रश्न के लिए समय का उचित आवंटन करें। उत्तर लिखने से पहले एक मोटा ढांचा तैयार करें ताकि समय बचे।
प्रश्न के सभी पहलुओं को संबोधित करें: यदि प्रश्न के कई हिस्से हैं, तो सभी का उत्तर देना सुनिश्चित करें। किसी भी हिस्से को नजरअंदाज न करें।
पुनरावलोकन: यदि समय हो, उत्तर को दोबारा जांचें ताकि कोई त्रुटि या छूटी हुई बात को सुधारा जा सके।
प्रश्न के प्रकार और उनके उत्तर लेखन की विधि
विवेचना करें (Discuss / Elaborate)
परिभाषा: इस प्रकार के प्रश्न में किसी विषय, अवधारणा या मुद्दे पर विस्तृत चर्चा की अपेक्षा होती है। इसमें सभी पहलुओं (सकारात्मक, नकारात्मक, ऐतिहासिक, सामाजिक आदि) को शामिल किया जाता है।
उत्तर लेखन की रणनीति:
प्रारंभ: विषय की संक्षिप्त परिभाषा या पृष्ठभूमि दें।
मुख्य भाग: विषय के विभिन्न आयामों (ऐतिहासिक, सामाजिक, आर्थिक, सांस्कृतिक आदि) पर तथ्य, उदाहरण और तर्क प्रस्तुत करें।
निष्कर्ष: विषय का समग्र मूल्यांकन करें और एक संतुलित राय दें।
उदाहरण: "भारतीय संस्कृति की विशेषताओं की विवेचना करें।"
शुरूआत: उत्तर परिचय
भारतीय संस्कृति की परिभाषा और विविधता।
मुख्य भाग: एकता में विविधता, धार्मिक सहिष्णुता, कला, साहित्य आदि पर चर्चा।
भारतीय संस्कृति का वैश्विक प्रभाव और प्रासंगिकता।
निष्कर्ष
विश्लेषण करें (Analyze)
परिभाषा: इस प्रकार के प्रश्न में किसी विषय, घटना या समस्या के विभिन्न घटकों को तोड़कर उनकी गहन जांच की जाती है।
उत्तर लेखन की रणनीति:
प्रारंभ: विषय का संक्षिप्त परिचय और विश्लेषण का उद्देश्य।
मुख्य भाग: विषय को छोटे-छोटे हिस्सों में बाँटकर प्रत्येक का गहराई से विश्लेषण करें (उदाहरण: कारण, प्रभाव, महत्व, कमियां)। तथ्यों, आंकड़ों या उदाहरणों का उपयोग करें।
निष्कर्ष: विश्लेषण के आधार पर निष्कर्ष निकालें और संभावित समाधान या सुझाव दें।
उदाहरण: "भारत में बेरोजगारी की समस्या का विश्लेषण करें।"
शुरूआत: उत्तर परिचय
बेरोजगारी की परिभाषा और वर्तमान स्थिति।
मुख्य भाग: कारण (शिक्षा की कमी, जनसंख्या वृद्धि), प्रभाव (आर्थिक, सामाजिक), और सरकारी नीतियों का विश्लेषण।
समाधान के रूप में कौशल विकास और नीतिगत सुधार।
निष्कर्ष
वर्णन करें (Describe)
परिभाषा: इस प्रकार के प्रश्न में किसी विषय, घटना या प्रक्रिया का विस्तृत वर्णन करना होता है।
उत्तर लेखन की रणनीति:
उत्तर परिचय
प्रारंभ: विषय का संक्षिप्त परिचय।
मुख्य भाग: विषय के सभी महत्वपूर्ण पहलुओं (स्थान, समय, विशेषताएं, महत्व आदि) का क्रमबद्ध वर्णन।
निष्कर्ष: विषय का समग्र महत्व या प्रभाव।
उदाहरण: "स्वतंत्रता संग्राम में गाँधीजी की भूमिका का वर्णन करें।"
उत्तर परिचय
शुरूआत: गाँधीजी का स्वतंत्रता संग्राम में योगदान।
मुख्य भाग: प्रमुख आंदोलन (असहयोग, दांडी नमक सत्याग्रह, भारत छोड़ो) का वर्णन।
गाँधीजी का स्वतंत्रता प्राप्ति में योगदान।
निष्कर्ष
मूल्यांकन करें (Evaluate)
परिभाषा: इस प्रकार के प्रश्न में किसी विषय, नीति या घटना की प्रभावशीलता, गुण-दोष, या महत्व का आलोचनात्मक मूल्यांकन करना होता है।
उत्तर लेखन की रणनीति:
प्रारंभ: विषय का परिचय और मूल्यांकन का आधार।
मुख्य भाग: विषय के सकारात्मक और नकारात्मक पहलुओं की तुलना करें। तथ्य, उदाहरण और तर्क शामिल करें।
निष्कर्ष: संतुलित मूल्यांकन के साथ अपनी राय या सुझाव दें।
उदाहरण: "भारत में डिजिटल इंडिया अभियान की सफलता का मूल्यांकन करें।"
उत्तर परिचय
शुरूआत: डिजिटल इंडिया की शुरुआत और उद्देश्य।
मुख्य भाग: उपलब्धियां (इंटरनेट पहुंच, डिजिटल भुगतान) और चुनौतियां (ग्रामीण क्षेत्रों में सीमित पहुंच)।
अभियान की समग्र सफलता और भविष्य के लिए सुझाव।
निष्कर्ष
तुलना करें (Compare)
परिभाषा: दो या अधिक विषयों, घटनाओं या अवधारणाओं के बीच समानताएं और अंतर स्पष्ट करना।
उत्तर लेखन की रणनीति:
प्रारंभ: दोनों विषयों का संक्षिप्त परिचय।
मुख्य भाग: समानताएं और अंतर को बिंदुवार तुलना करें (उदाहरण: विशेषताएं, प्रभाव, महत्व)। तालिका या बिंदु प्रारूप उपयोगी हो सकता है।
निष्कर्ष: तुलना के आधार पर निष्कर्ष और महत्व।
उदाहरण: "वैदिक और बौद्ध शिक्षा प्रणाली की तुलना करें।"
उत्तर परिचय
शुरूआत: दोनों प्रणालियों का संक्षिप्त परिचय।
मुख्य भाग: समानताएं (नैतिकता पर जोर) और अंतर (शिक्षा का माध्यम, उद्देश्य)।
दोनों का भारतीय शिक्षा पर प्रभाव
निष्कर्ष
समीक्षा करें (Review / Critically Examine)
परिभाषा: किसी विषय या मुद्दे की आलोचनात्मक जांच करना, जिसमें गुण और दोष दोनों शामिल हों।
उत्तर लेखन की रणनीति:
प्रारंभ: विषय का परिचय और समीक्षा का दायरा।
मुख्य भाग: विषय के सकारात्मक पहलुओं, कमियों और सुधार के क्षेत्रों पर चर्चा। तथ्यों और उदाहरणों का उपयोग करें।
निष्कर्ष: समग्र मूल्यांकन और सुझाव।
उदाहरण: "स्वच्छ भारत अभियान की समीक्षा करें।"
उत्तर परिचय
शुरूआत: अभियान का उद्देश्य और प्रारंभ।
मुख्य भाग: उपलब्धियां (स्वच्छता में सुधार) और चुनौतियां (जागरूकता की कमी)।
अभियान की प्रगति और भविष्य के लिए सुझाव।
निष्कर्ष
विवरण दें / व्याख्या करें (Explain)
परिभाषा: किसी अवधारणा, प्रक्रिया या घटना को सरल और स्पष्ट रूप से समझाना।
उत्तर लेखन की रणनीति:
प्रारंभ: विषय का संक्षिप्त परिचय।
मुख्य भाग: विषय को सरल भाषा में चरणबद्ध तरीके से समझाएं। उदाहरण, चित्र या तथ्य उपयोगी हो सकते हैं।
निष्कर्ष: विषय का महत्व या उपयोगिता।
उदाहरण: "प्रकाश संश्लेषण की प्रक्रिया की व्याख्या करें।"
उत्तर परिचय
शुरूआत: प्रकाश संश्लेषण की परिभाषा।
मुख्य भाग: प्रक्रिया के चरण (प्रकाशीय और अंधकार चरण), रासायनिक समीकरण।
पर्यावरण में इसका महत्व।
निष्कर्ष
आलोचनात्मक टिप्पणी करें (Comment Critically)
परिभाषा: किसी विषय पर संक्षिप्त लेकिन गहन और आलोचनात्मक राय देना।
उत्तर लेखन की रणनीति:
प्रारंभ: विषय का संक्षिप्त परिचय।
मुख्य भाग: विषय के पक्ष और विपक्ष पर संक्षिप्त टिप्पणी, तथ्यों के साथ।
निष्कर्ष: संतुलित राय या सुझाव।
उदाहरण: "नोटबंदी के प्रभाव पर आलोचनात्मक टिप्पणी करें।"
उत्तर परिचय
शुरूआत: नोटबंदी का उद्देश्य।
मुख्य भाग: सकारात्मक प्रभाव (काले धन पर नियंत्रण) और नकारात्मक प्रभाव (आर्थिक मंदी)।
समग्र प्रभाव और सीख।
निष्कर्ष
उत्तर लेखन के सामान्य सुझाव
संरचना: उत्तर को परिचय, मुख्य भाग और निष्कर्ष में बाँटें।
भाषा: सरल, स्पष्ट और औपचारिक हिंदी का उपयोग करें।
तथ्य और उदाहरण: उत्तर को प्रामाणिक बनाने के लिए तथ्य, आंकड़े या उदाहरण शामिल करें।
शब्द सीमा: प्रश्न में दी गई शब्द सीमा का पालन करें।
प्रस्तुति: बिंदुवार लेखन (यदि उपयुक्त हो) और स्पष्ट लिखावट/प्रारूप का ध्यान रखें।
संतुलन: उत्तर में सभी पहलुओं को संतुलित रूप से शामिल करें, विशेष रूप से विवेचना और विश्लेषण में।
एक सटीक और आकर्षक उत्तर ही मेरिट में जगह दिला सकता है। यह निरंतर अभ्यास का विषय है।
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